बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया के विष्णु पद मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे, तो उनके साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी थे. मंसूरी ने कहा कि मेरा संयोग है कि मैं सीएम नीतीश कुमार के साथ विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में गया. मंदिर मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है.
भारत हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आशीष सिंह राजपूत ने कहा की जब बिहार के विष्णु पद मंदिर मुख्य द्वार पर अहिंदू प्रवेश वर्जित लिखा हुआ है फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जानबूझकर मुस्लिम मंत्री को मंदिर में प्रवेश करने दिया ये जानते हुए भी की ये हिन्दुओं की आस्था का अपमान है फिर भीं आपने हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ किया. भारत हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आशीष सिंह राजपूत ने कहा ये जानबूझकर किया गया प्रयोग है लेकिन उन्होंने ऐसा करके बिहार के तमाम हिन्दुओं की आस्था का अपमान किया है जिसको बिहार के हिन्दू बखूभी देख रहे है और आने वाले वक़्त में उसका खामियाजा आने वाले चुनाव में हिन्दू अपने वोट की चोट से देंगे.
आशीष सिंह राजपूत ने कहा महागठबंधन की सरकार जिस दिन बनी उसदिन हिन्दुओं के खिलाफ सडयंत्र साफ़-साफ़ दिखा की मुहर्रम दो दिन तक मनाया गया जबकि हर साल मुहर्रम सिर्फ एक दिन मनाया जाता है. भारत हिन्दू परिषद के अध्यक्ष ने बताया की बिहार में हिन्दुओं के खिलाफ सडयंत्र हो रहा है.
उन्होंने आगे कहा नितीश सिर्फ इफ्तार पार्टी करना जानते है कभी उन्होंने महानवमी पे कन्यापूजन किया है. आजतक बिहार में सिर्फ इफ्तार पार्टी हुए है कभी बिहार के हिन्दुओं ने मुख्यमंत्री आवास पर कन्यापूजन होते देखा या सुना है अब वक़्त आगया है की सभी हिन्दू भाई एक होकर हिंदुत्व के लिए आगामी चुनाव में वोट करे. विष्णुपद मंदिर के सचिव गजाधर लाल पाठक ने बताया कि आज तक ऐसा नहीं हुआ था.