दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. एयर क्वालिटी बेहद खराब स्तर तक पहुंच गई है, जो कि लोगों के लिए एक गंभीर समस्या का विषय है. दिल्ली सहित NCR क्षेत्र में शुक्रवार सुबह को भी धुंध की पतली चादर देखने को मिली थी. आनंद विहार में शनिवार सुबह AQI का लेवल 440 दर्ज किया गया. नोएडा सेक्टर 62 में AQI 367 दर्ज किया गया तो वहीं गुरुग्राम सेक्टर 51 में AQI 356 दर्ज किया गया.
ऐसा माना जा रहा है कि लगातार हवा में गति होने और पराली कम जलने की वजह से दिवाली के अगले दिन पिछले साल के मुकाबले प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम देखने को मिला था. लेकिन बीते गुरुवार की सुबह प्रदूषण दिवाली के अगले दिन से भी ज्यादा दर्ज किया गया.
इसे लेकर सीनियर रेस्पिरेटरी कंसल्टेंट डॉक्टर संदीप नय्यर ने कहा कि प्रदूषण की वजह से सांस लेने में दिक्कत, आंख में जलन और स्ट्रोक जैसी बीमारी का खतरा हो सकता है. जिन लोगों को कोविड हो चुका है, उनपर प्रदूषण का असर और भी ज्यादा देखने को मिल सकता है. इसीलिए कोविड का शिकार हो चुके लोगों को खास तौर पर अपना ध्यान रखने की जरूरत है.
इसके अलावा बच्चों और बुजुर्गों पर भी प्रदूषण का असर ज्यादा पड़ सकता है. लोगों ने ठंड का मौसम आने की वजह से पानी पीना कम कर दिया है जो की अच्छी बात नहीं है. ऐसे वक्त पर हमें शरीर को हाइड्रेट रखने की खास जरूरत है.
प्रदूषण से बचाव के लिए लोगों को एन 95 रेटिंग वाले मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि ये 95 प्रतिशत वायु के छोटे से बड़े कणों को शरीर के अंदर घुसने से रोकता है. इसके अलावा ज्यादा देर तक प्रदूषण वाली जहरीली हवा में घूमने से लोगों को बचने की जरूरत है. ऑफिस या घर पहुंचने के बाद अच्छे से हाथ और मुंह को धोएं क्योंकि कई सारे रिसर्च में ऐसा पाया गया है की वायु प्रदूषण आपकी त्वचा पर बस जाता है. जहां से यह और भी बहुत तरीके की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का खतरा पैदा कर सकता है .