गुजरात चुनाव से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने नोटों पर महात्मा गांधी के साथ लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाने की मांग की। भारत हिन्दू परिषद्-(बीएचपी) अध्यक्ष आशीष सिंह राजपूत ने प्रेस वार्ता आयोजित कर इसे केजरीवाल का यू-टर्न बताया है। बीएचपी अध्यक्ष ने कहा, यह वही व्यक्ति है, जिसने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर जाने से इनकार कर दिया था। कहा था कि वहां पर भगवान मेरी पूजा स्वीकार नहीं करेंगे। इसे अलावा केजरीवाल ने स्वास्तिक का भी अपमान किया, लेकिन आज उन्हीं केजरीवाल ने यू-टर्न ले लिया है।
बीएचपी अध्यक्ष ने कहा, देवी-देवताओं के अपमान के बाद केजरीवाल हिंदू बनने की कोशिश कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि नोटों पर मां लक्ष्मी व गणेश की फोटो छपवाने से कृपा होगी। पात्रा ने कहा, मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा पहले से ही भारत पर है। महादेव और राम भगवन का आशीर्वाद है कि एक दशक पहले जो हिंदुस्तान आर्थिक रूप से 11वें नंबर पर था आज वह 5वें नंबर पर पहुंच गया है। आज भारत की विकास दर उज्जवल दिख रही है।
उन्होंने कहा, जहां तक दिल्ली की अर्थव्यवस्था का सवाल तो दिल्ली सरकार प्रचार-प्रसार में पैसे खर्च करती है। वही आज लक्ष्मी-गणेश पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। केजरीवाल का इतिहास उठाके देखे तो पता चलता है की ये हिन्दू विरोधी मानसिकता का व्यक्ति है.