अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने अनुमान लगाया है कि जंग शुरू होने के बाद से लगभग 1,00,000 रूसी और 1,00,000 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं या घायल हुए हैं. रूस ने 24 फरवरी को कीव के खिलाफ युद्ध छेड़ा था.
बीबीसी के अनुसार, गुरुवार देर रात न्यूयॉर्क में सबसे सीनियर अमेरिकी जनरल ने यह भी कहा कि जंग में लगभग 40,000 नागरिक मारे गए थे. ये किसी पश्चिमी अधिकारी की ओर से पेश किया गया अब तक का सबसे बड़ा अनुमान है. जनरल मिले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के सबसे सीनियर मिलिट्री एडवाइजर भी हैं.
उन्होंने कहा कि किसी भी बातचीत के सफल होने के लिए, रूस और यूक्रेन दोनों को पारस्परिक मान्यता तक पहुंचना होगा कि एक युद्धकालीन जीत शायद सैन्य साधनों के जरिए हासिल नहीं की जा सकती और इसलिए आपको अन्य साधनों की ओर मुड़ने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि हताहतों की संख्या मॉस्को और कीव दोनों को आने वाले सर्दियों के महीनों में बातचीत करने की जरूरत के बारे में समझा सकती है, जब ठंड की स्थिति के कारण लड़ाई धीमी हो सकती है. बीबीसी ने जनरल मिले के हवाले से कहा, आप मारे गए और घायल हुए 100,000 से अधिक रूसी सैनिकों को देख रहे हैं.. शायद यही बात यूक्रेन की ओर भी है. उन्होंने कहा, बहुत अधिक पीड़ा, मानवीय पीड़ा हुई है.
सितंबर में मॉस्को के लेटेस्ट अपडेट में कहा गया कि युद्ध शुरू होने के बाद से सिर्फ 5,937 सैनिक मारे गए हैं, यूक्रेन ने हताहतों के आंकड़े देने से काफी हद तक परहेज किया है. अगस्त में, सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ, वेलेरी जालुज्नी को यूक्रेनी मीडिया में यह कहते हुए कोट किया गया था कि अब तक 9,000 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं. अमेरिकी जनरल ने यह भी नोट किया कि रूस के आक्रमण शुरू करने के बाद से 15 से 30 मिलियन शरणार्थी बनाए गए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने रूस सहित पूरे यूरोप में यूक्रेन से 7.8 मिलियन लोगों को शरणार्थी के रूप में दर्ज किया है.