इंग्लैंड ने पाकिस्तान (Pakistan) को 5 विकेट से हराकर टी20 वर्ल्ड कप 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है. इंग्लैंड के गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने कमाल का खेल दिखाया. इंग्लैंड का ये दूसरा टी20 वर्ल्ड कप का खिताब है. इंग्लैंड ने साल 2019 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था. अब टी20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया है. अब टी20 वर्ल्ड कप 2022 खत्म हो चुका है, लेकिन इंग्लैंड की जीत से भारतीय टीम 5 सबक ले सकती है, जिससे अगली बार टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
खेलने ही होगी आक्रामक क्रिकेट- टी20 क्रिकेट को हमेशा ही बल्लेबाजों का खेल माना जाता है. इंग्लैंड ने पूरे टी20 वर्ल्ड कप 2022 में आक्रामक क्रिकेट खेली. भले ही उनके विकेट गिरते रहे हों, लेकिन वह गेंदबाजों के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते रहते हैं. इंग्लैंड (England) ने सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ धुआंधार बल्लेबाजी की. वहीं, टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट में पावरप्ले में बहुत ही खराब खेल दिखाया, जिससे मिडिल ऑर्डर पर दबाव आ जाता था और भारतीय बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर जाती.
रोहित शर्मा रहे बुरी तरह फ्लॉप- भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) पूरे टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) में बल्ले से बेहतरीन खेल नहीं दिखा पाए. वह टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत नहीं दिला पाए. वहीं, कप्तानी में ही कमाल दिखाने में असफल साबित हुए. दूसरी तरफ इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने आगे बढ़कर टीम को लीड किया. उन्होंने सेमीफाइनल मैच में भारत के खिलाफ 80 रनों की पारी खेली. वहीं, फाइनल मुकाबले में उन्होंने अहम 26 रन बनाए.
डॉट बॉल से बनाया दबाव- भारतीय बल्लेबाजों की पूरे टूर्नामेंट में ये रणनीति अपनाई कि पहले टिककर खेलो फिर गेंदबाजों के खिलाफ ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाओ जोकि बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई. सेमीफाइनल मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने 42 डॉट बॉल खेली थीं. यानी कुल 7 ओवर में रन ही नहीं बने. दूसरी तरफ भारतीय गेंदबाज सेमीफाइनल में विकेट लेने में कामयाबी हासिल नहीं कर पाए.
किसी लीग में खेलने की नहीं है अनुमति- भारतीय खिलाड़ियों को आईपीएल (IPL) के अलावा किसी भी लीग में खेलने की अनुमति नहीं है. जबकि इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में खेलते हैं, जिससे उन्हें वहां की कंडीसन से तालमेल बिठाने में समय नहीं लगता है. ऑस्ट्रेलिया के मैदान बड़े होते हैं. यहां बाउंड्री लगाना इतना आसान नहीं है. यहां पर बल्लेबाज दौड़ कर 2 से 3 रन आराम से पूरे कर सकता है.
ऑलराउंडर्स की खली कमी- इंग्लैंड के पास बेन स्टोक्स, मोईन अली और लियाम लिविंगस्टोन जैसे ऑलराउंडर्स थे. ये खिलाड़ी कातिलाना गेंदबाजी के साथ-साथ धाकड़ बैटिंग में भी माहिर प्लेयर हैं. लेकिन टी20 वर्ल्ड कप 2022 से ठीक पहले भारत के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा चोटिल हो गए, जिनकी कमी भारत को पूरे टी20 वर्ल्ड कप में खेली. वहीं, अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए.