यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के परिणाम के बीच प्रसपा (PSP) नेता शिवपाल यादव ने गुरुवार को अपनी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया है. प्रसपा का झंडा उतारकर शिवपाल ने अब अपने घर पर सपा (SP) का झंडा लगाया है.
एक हुए शिवपाल-अखिलेश
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद दोनों नेताओं के बीच दूरिया कुछ कम होती नजर आई थीं. इसके बाद मैनपुरी के उपचुनाव में चाचा-भतीजे की ये जोड़ी एक साथ नजर आई थी. प्रसपा नेता शिवपाल यादव ने भी अपनी बहू डिंपल यादव के लिए जमकर चुनाव प्रचार किया था. जिसके बाद पारिवारिक एकता दिखाने के लिए जसवंत नगर की एक चुनावी जनसभा में अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया था. इसके बाद दोनों पुराने गिले शिकवे भुलाकर विरोधियों पर निशाना साधते नजर आ रहे थे. समाजवादी पार्टी के साथ उनकी बढ़ती नजदीकियों के बाद शिवपाल की सिक्योरिटी कम कर दी गई थी.
Uttar Pradesh | We have merged Pragatisheel Samajwadi Party (Lohia) into Samajwadi Party. In 2024, we will fight unitedly. From today, there will be Samajwadi Party flag (on the car): Shivpal Singh Yadav at Saifai pic.twitter.com/evGd2irdPC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 8, 2022
2024 का शंखनाद- सपा अध्यक्ष से अपने सभी गिले-शिकवे भुलाकर मैनपुरी उपचुनाव में डिंपल के पक्ष में प्रचार करने वाले शिवपाल ने कहा, ‘अब जो भी चुनाव होगा, हमारा पूरा परिवार एक होकर ही लड़ेगा. हमारी बहू (डिंपल) एक बड़ी जीत की ओर इसलिए अग्रसर है, क्योंकि पूरा परिवार एक होकर लड़ा.’
शिवपाल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के निर्देश पर मैनपुरी के अधिकारियों ने सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया. उन्होंने कहा कि जनता ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए सपा को रिकॉर्ड वोट दिए.